भोपाल। मप्र माध्यमिक शिक्षा मंडल की दसवीं व बारहवीं बोर्ड परीक्षा के विद्यार्थियों के लिए अब तक ब्लू प्रिंट तैयार नहीं किया गया है। इस बार बोर्ड परीक्षा में 19 लाख विद्यार्थी शामिल हो रहे हैं। शनिवार को मंडल की तरफ से जारी निर्देश में कहा है कि दसवीं व बारहवीं के जारी ब्लू प्रिंट में छात्रों, अभिभावकों, जनप्रतिनिधियों व शिक्षकों से प्राप्त हुई आपत्तियों का विषय विशेषज्ञों द्वारा परीक्षण कराया जा रहा है,
जिसका निराकरण करने के बाद 9 मार्च को संशोधित फाइनल ब्लू प्रिंट जारी किया जाएगा। पांच दिन पहले जारी ब्लू प्रिंट में मप्र बोर्ड के द्वारा एक बार फिर बदलाव कर दिया था। पहले जो चैप्टर हटाए गए थे, उनमें से कुछ चैप्टर शामिल कर लिए गए थे। इससे कोर्स करीब दस से बीस फीसद तक बढ़ गया था।
बता दें, कि माशिमं के अध्यक्ष रहे राधेश्याम जुलानिया ने दसवीं व बारहवीं के सिलेबस, ब्लू प्रिंट, परीक्षा पैटर्न समेत अन्य में बदलाव कर दिया था। इसके बाद शासन के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग ने परीक्षा में किए गए बदलाव पर रोक लगा दी थी। कुछ दिनों पहले जुलानिया को माशिमं के अध्यक्ष पद से हटाकर मंत्रालय में ओएसडी पदस्थ कर दिया गया। वर्तमान में माशिमं अध्यक्ष का प्रभार रश्मि अरुण शमी के पास है।
उनके प्रभार लेने के बाद माशिमं ने दसवीं-बारहवीं का नया ब्लू प्रिंट जारी किया। यह ब्लू प्रिंट पूर्व में की गई 30 फीसद कटौती के अनुसार नहीं किया गया। इससे पांच दिन पहले जारी किया गया ब्लू प्रिंट एक बार फिर से अलग हो गया। इसे लेकर विद्यार्थियों की आपत्तियां या शिकायतें माशिमं के पास पहुंचने लगीं। अब माशिमं द्वारा विद्यार्थियों की आपत्तियों या शिकायतों का संज्ञान लेते हुए इनका निराकरण करने के बाद 9 मार्च तक दसवीं व बारहवीं का संशोधित फाइनल ब्लू प्रिंट जारी किया जाएगा