कटनी। कटनी के जिला न्यायालय के मालखाने से विभिन्न मामलों के तहत जब्त किए गए नकद रुपए, आभूषण व कीमती सामान गायब होने का मामला सामने आया है। इस मामले की प्रारंभिक जांच में पुलिस ने जिला नाजिर को गिरफ्तार कर लिया है।
आपको बता दें कि यह मामला तब सामने आया, जब यहां के जिला नाजिर रहे सतीश मेहता का प्रभार बदला और उसकी जगह प्रदीप दीक्षित को मालखाने की जिम्मेदारी दी गई। सतीश मेहता ने प्रभार लेने से पहले रिकॉर्ड के आधार पर मालखाने में रखे गए सामानों का मिलान किया। मिलान में पाया गया कि मालखाने से लगभग 10 लाख रुपए नकदी, कई ज्वैलरी, 34 देशी कट्टे , 4 रिवाल्वर, 1 किलो बारूद, 1 भरमार बंदूक, 67 जिंदा कारतूस गायब हैं। प्रदीप दीक्षित ने इसकी जानकारी सीजेएम को दी। सीजेएम को भी यह देखकर हैरानी हुई।
इसके बाद सीजेएम ने पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी को पत्र लिखकर इस पूरी बात की जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए। पुलिस की जांच में प्रारंभिक रूप से पता चला कि जब ये सारे सामान गायब हुए, तब मालखाने का प्रभार जिला नाजिर सतीश मेहता के पास ही था। इसके आधार पर पुलिस ने जिला नाजिर सतीश मेहता को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन, अभी तक इस बात का पता नहीं चला है कि सतीश मेहता की इस मामले में कितनी और कैसी संलिप्तता है? सारे सामान सीधे बेच दिए गए हैं या फिर चोरी में मदद की गई गई है? या फिर चोरी किसी और ने की है, लेकिन प्रभारी होने के कारण जिला नाजिर की गिरफ्तारी हुई है? इन सारे सवालों का जवाब आना फिलहाल बाकी है।