नई दिल्ली/टीम डिजिटल। कोरोना वायरस का तोड़ खोजने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक आए दिन नई रिसर्च करते हैं। जिनसे कोरोना को रोकने या उससे बचाव के उपाय सामने आते रहते हैं। हाल ही में हुई एक ऐसी ही रिसर्च में डेंगू बुखार और कोरोना वायरस के संक्रमण से ठीक होने को लेकर सबंध पाया गया है।
इस रिसर्च के अनुसार जिन लोगों को डेंगू हो चूका है उनका शरीर कोरोना से आसानी से लड़ने के काबिल हो जाता है और जल्दी ही रिकवर करता है। यानी उन लोगों का शरीर कोरोना से आसानी से लड़ लेता है। उनके शरीर में इम्यूनिटी बन जाती है जो कोरोना को हरा देती है।
इस बारे हुए एक शोध के अनुसार ड्यूक यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और इस शोध के लेखक मिगुएल निकोलेलिस ने कहा है कि 2019, 2020 में फैले डेंगू और कोरोना वायरस के बीच संबंध देखने को मिला है। शोध के अनुसार, जिन जगहों पर डेंगू फैला था वहां कोरोना संक्रमण दर कम थी और संक्रमण बहुत धीमी गति से फैल रहा था।
इस शोध में कहा गया है कि कोरोना के कई मामलों में डेंगू को दी जाने वाली दवा कारगार सिद्ध हुई है और इसलिए भी जिन लोगों को डेंगू हुआ है और फिर वो कोरोना से भी पीड़ित हुए हैं तो उनकी रिकवरी काफी बेहतर रही है।
शोध में बताया गया है कि डेंगू से ठीक हुए मरीजों के खून में एंटीबॉडी पाई जाती है। कई बार ऐसा भी होता है कि कोरोना से संक्रमित न होने पर भी डेंगू के कभी मरीज रहे लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाते हैं। हालांकि ये क्यों होता है इस पर शोध किये जा रहे हैं।
शोधकर्ता की माने तो उनका शोध फ़िलहाल कहीं पब्लिश नहीं हुआ लेकिन मेडरक्सिव MedRxiv प्रीप्रिंट सर्वर पर इसे समीक्षा के लिए पोस्ट किया गया है। शोधकर्ता का कहना है कि हम लगातार डेंगू और कोरोना के बीच मौजूद संबंध को खोजने में जुटे हैं अगर हम इस बारे में पता लगा पाए तो निश्चित ही डेंगू की दवा कोरोना वैक्सीन को बनाने में मदद कर सकती है।