नई दिल्ली: सुशांत सिंह राजपूत मामले में एक के बाद एक नया मोड़ सामने आता जा रहा है. इस बार शिवसेना सांसद संजय राउत ने सुशांत मामले पर नया खुलासा किया है साथ ही मामले को तूल देने को लेकर भी अपनी बात सामने रखी है. राउत ने शिवसेना के मुखपत्र सामना में कई तरह के आरोप लगाए हैं. राउत ने बिहार पुलिस और केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि ये महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ साजिश रच रहे हैं. साथ ही उन्होंने बिहार की डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे को लेकर लिखा है कि ये भाजपा के समर्थक हैं. इनपर 2009 में कई आरोप लग चुके हैं. राउत ने आरोप लगाया कि बिहार पुलिस और केंद्र सरकार मिलकर महाराष्ट्र सरकार की छवि को खराब करने की कोशिश कर रही हैं.
इसी मामले पर राउत ने आगे लिखा है कि सुशांत का पटना में रहने वाले पिता से अच्छा संबंध नहीं था. मुंबई में ही सुशांत रहते थे. सुशांत पटना कितनी बार मिलने गए या उनके परिवार वाले उनसे कितनी बार मिलने गए ये बात सामने आने दो. अंकिता लोखंडे और रिया चक्रवर्ती ये दो लड़किया सुशांत के जीवन में रहीं. अंकिता ने सुशांत का साथ छोड़ दिया और रिया उनके साथ थी. ऐसे में अंकिता रिया को लेकर अलग तरह की बात कर रही हैं.
यही नहीं राउत ने इस पूरे मामले की जांच की सीबीआई को सौंपने के लेकर कहा कि बिहार सरकार द्वारा सीबीआई जांच की मांग करने के कारण महाराष्ट्र पुलिस के काम में बाधा डाला गया और मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया. राउत ने कहा कि सीबीआई और ईडी केंद्र सरकार के अधीन काम करती हैं. यही नहीं कई बार सीबीआई को राज्य सरकारों के विरोध का सामना करना पड़ा है. शारदा चिटफंड मामले में भी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और हजारों लोगों ने सीबीआई का विरोध किया था.
इसी मामले पर राउत ने आगे लिखा है कि सुशांत का पटना में रहने वाले पिता से अच्छा संबंध नहीं था. मुंबई में ही सुशांत रहते थे. सुशांत पटना कितनी बार मिलने गए या उनके परिवार वाले उनसे कितनी बार मिलने गए ये बात सामने आने दो. अंकिता लोखंडे और रिया चक्रवर्ती ये दो लड़किया सुशांत के जीवन में रहीं. अंकिता ने सुशांत का साथ छोड़ दिया और रिया उनके साथ थी. ऐसे में अंकिता रिया को लेकर अलग तरह की बात कर रही हैं.
यही नहीं राउत ने इस पूरे मामले की जांच की सीबीआई को सौंपने के लेकर कहा कि बिहार सरकार द्वारा सीबीआई जांच की मांग करने के कारण महाराष्ट्र पुलिस के काम में बाधा डाला गया और मामले को सीबीआई को सौंप दिया गया. राउत ने कहा कि सीबीआई और ईडी केंद्र सरकार के अधीन काम करती हैं. यही नहीं कई बार सीबीआई को राज्य सरकारों के विरोध का सामना करना पड़ा है. शारदा चिटफंड मामले में भी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और हजारों लोगों ने सीबीआई का विरोध किया था.