मुंगेली. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुंगेली (Mungeli) जिले में प्रशासन के एक टेस्ट ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया. जिला प्रशासन ने कोविड-19 के मरीज मिलने की स्थिति में तैयारियों को लेकर मॉकड्रिल किया. इस मॉकड्रिल को लोगों ने सच मान लिया और सोशल मीडिया पर मुंगेली में कोरोना का संक्रमित मरीज मिलने की खबर वायरल होने लगी. प्रशासनिक तैयारियों के तहत आस पास के इलाकों को भी सील कर दिया. इससे लोगों ने मरीज मिलने की वायरस खबर को ही सच मान लिया. हालांकि प्रशासन में बाद में इसको लेकर स्थिति स्पष्ट की.छत्तीसगढ़ में मुंगेली जिला कोरोना संक्रमण के मामलों में ग्रीन जोन है. यहां अब तक एक भी कोविड-19 के संक्रमित मरीज नहीं मिले हैं. फिर भी जिला प्रशासन ने मुंगेली और लोरमी में कोरोना संक्रमण की आपात स्थिति से निपटने की अपनी तैयारियों को लेकर मॉकड्रिल (पूर्वाभ्यास )किया. जिसे बहुत से लोग सच मानकर एक दूसरे को सतर्क रहने की जानकारी देने लगे. संक्रमण के मद्देनजर आपात स्थिति में चुनौतियों का सामना करने परिस्थितियों को नियंत्रित करने में मुंगेली जिला प्रशासन कितना सक्षम है, यह देखने के लिये कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की मौजूदगी में माकड्रिल(पूर्वाभ्यास) किया गया.
इस इलाके को किया सील
मुंगेली के ठक्कर बापा वार्ड और लोरमी इलाके के गोंड़ख़ामही गांव में प्रशासन द्वारा काल्पनिक कोरोना पाजिटिव मरीज मानकर पर अपनी तैयारियों का आकंलन (टेस्ट) किया गया. काल्पनिक मरीज (पूर्वाभ्यास) मिलने के बाद उस इलाके को सील करने से लेकर स्वास्थ टीम और प्रशासन के मुस्तैदी का टेस्ट लिया गया. मॉकड्रिल को बहुत ही अनुशासन के साथ किया गया. कंटेनमेंट जोन, बफर जोन बनाने कांटेक्ट ट्रेसिंग, ट्रेवल हिस्ट्री, नाकेबंदी कर लोगों को आने जाने से रोका गया. ट्रेसिंग किये गए काल्पनिक मरीज किन किन लोगों से मिला, फार्म भरने से लेकर सभी आवश्यक कार्रवाई की गई. एंबुलेंस से स्वास्थ्य टीम काल्पनिक मरीज के घर पहुंची. इलाके और गांव में आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया. इससे ही वहां लोगों में हड़कंप मच गया.
मुंगेली के ठक्कर बापा वार्ड और लोरमी इलाके के गोंड़ख़ामही गांव में प्रशासन द्वारा काल्पनिक कोरोना पाजिटिव मरीज मानकर पर अपनी तैयारियों का आकंलन (टेस्ट) किया गया. काल्पनिक मरीज (पूर्वाभ्यास) मिलने के बाद उस इलाके को सील करने से लेकर स्वास्थ टीम और प्रशासन के मुस्तैदी का टेस्ट लिया गया. मॉकड्रिल को बहुत ही अनुशासन के साथ किया गया. कंटेनमेंट जोन, बफर जोन बनाने कांटेक्ट ट्रेसिंग, ट्रेवल हिस्ट्री, नाकेबंदी कर लोगों को आने जाने से रोका गया. ट्रेसिंग किये गए काल्पनिक मरीज किन किन लोगों से मिला, फार्म भरने से लेकर सभी आवश्यक कार्रवाई की गई. एंबुलेंस से स्वास्थ्य टीम काल्पनिक मरीज के घर पहुंची. इलाके और गांव में आवागमन पूरी तरह रोक दिया गया. इससे ही वहां लोगों में हड़कंप मच गया.