नई दिल्ली: भारतीय सेना (Indian Army) और भारतीय वायु सेना (IAF) के हेलीकॉप्टरों ने शुक्रवार को समुद्र तल के ऊपर 15,500 फीट की ऊंचाई पर फंसे हुए IAF हेलीकॉप्टर के चालक दल को खराब मौसम के बीच बचाया और उन्हें वहां से सफलतापूर्व निकालने में बड़ी कामयाबी हासिल की.इस बचाव दल में शामिल सेना और वायु सेना के हेलीकॉप्टर उत्तरी सिक्किम की उच्च ऊंचाई वाली आपातकालीन लैंडिंग साइट तक पहुंचे और बर्फीले तूफान का सामना करते हुए 4 IAF के जवान और एक एयर डिस्पैच कर्मी को बाहर निकाला.
बता दें कि, एक दिन पहले ही भारतीय वायु सेना का एक लड़ाकू विमान एमआई -17 हेलीकॉप्टर चैटन से मुकुतांग की नियमित उड़ान पर था लेकिन खराब मौसम के कारण उसे निर्धारित हेलीपैड से 10 समुद्री मील की दूरी पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. इससे हेलीकॉप्टर को कुछ क्षति भी पहुंची है.
बाद में, सेना और वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को शुक्रवार तड़के वहां के लिए भेजा गया और उन्होंने एक बड़ी बहादुरी से लैंडिग की और वहां फंसे हुए दल को बचा लिया.
सेना ने कहा कि 'फंसे हुए सैन्य कर्मियों ने बचाए जाने के पहले कई घंटे खराब मौसम का सामना किया. सूचना मिलते ही, 7 मई को, भारतीय सेना ने आईटीबीपी के कर्मियों के साथ खराब मौसम में पैदल खतरनाक इलाकों को पार किया और हेलीकॉप्टर लैंडिंग स्थल में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की, जिसके लिए ITBP के एक डॉक्टर भी साथ थे.'
बता दें कि, एक दिन पहले ही भारतीय वायु सेना का एक लड़ाकू विमान एमआई -17 हेलीकॉप्टर चैटन से मुकुतांग की नियमित उड़ान पर था लेकिन खराब मौसम के कारण उसे निर्धारित हेलीपैड से 10 समुद्री मील की दूरी पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. इससे हेलीकॉप्टर को कुछ क्षति भी पहुंची है.
बाद में, सेना और वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को शुक्रवार तड़के वहां के लिए भेजा गया और उन्होंने एक बड़ी बहादुरी से लैंडिग की और वहां फंसे हुए दल को बचा लिया.
सेना ने कहा कि 'फंसे हुए सैन्य कर्मियों ने बचाए जाने के पहले कई घंटे खराब मौसम का सामना किया. सूचना मिलते ही, 7 मई को, भारतीय सेना ने आईटीबीपी के कर्मियों के साथ खराब मौसम में पैदल खतरनाक इलाकों को पार किया और हेलीकॉप्टर लैंडिंग स्थल में फंसे लोगों को बाहर निकाला और उन्हें चिकित्सा सहायता प्रदान की, जिसके लिए ITBP के एक डॉक्टर भी साथ थे.'