बंगा (जोशी): पंजाब में कोरोना वायरस से पहली मौत की पुष्टि कर दी गई है। मामला नवांशहर जिले के बंगा के पठलावा गांव का है, जहां कोरोना वायरस के संदिग्ध 70 वर्षीय बुजुर्ग की बुधवार को मौत हो गई थी। खबरों के मुताबिक, आज बुजुर्ग की मौत कोरोना वायरस से होने की पुष्टि कर दी गई है। इसके बाद पठलावा गांव को पूरी तरह सील कर दिया गया है। इससे पहले, बुधवार को हॉस्पिटल प्रशासन ने बताया था कि 6 मार्च को जर्मन वाया इटली 2 घंटे की एयर शिफ्टिंग वेट के बाद पुहंचे बुजुर्ग की सिविल हॉस्पिटल बंगा में इलाज के दौरान मौत हो गई है। हॉस्पिटल प्रशासन ने कोरोना की आशंका के कारण खून के सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए थे, जिसकी रिपोर्ट आज आने के बाद बुजुर्ग के कोरोना पीड़ित होने की पुष्टि कर दी गई है।
जानकारी के अनुसार बलदेव सिंह (70) सुपुत्र जगन्नाथ निवासी पठलावा 7 मार्च को इटली से आया था। बलदेव सिंह को बुखार, खांसी व जुकाम की शिकायत थी। मंगलवार रात्रि लगभग 9:00 बजे उसे उपचार के लिए बंगा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी सुबह तडक़े 4 बजे मृत्यु हो गई।
हालांकि पहले उसकी मृत्यु हार्ट अटैक के चलते हुई बताया जा रहा था। लेकिन उसको कोरोना वायरस की आशंका के चलते मृतक के ब्लड सैंपल लेकर पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिए गए थे। डॉक्टरों की 5 सदस्यों की टीम के दिशा निर्देशों के अनुसार मृतक का संस्कार कर दिया गया था और रिपोर्ट आने तक घर के सभी सदस्यों को 14 दिन तक बाहर ना निकलने के आदेश भी दे दिए गए थे। आज बुजुर्ग के कोरोना वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और आननफानन में पूरे गांव को सील कर दिया है।
जानकारी के अनुसार बलदेव सिंह (70) सुपुत्र जगन्नाथ निवासी पठलावा 7 मार्च को इटली से आया था। बलदेव सिंह को बुखार, खांसी व जुकाम की शिकायत थी। मंगलवार रात्रि लगभग 9:00 बजे उसे उपचार के लिए बंगा के सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसकी सुबह तडक़े 4 बजे मृत्यु हो गई।
हालांकि पहले उसकी मृत्यु हार्ट अटैक के चलते हुई बताया जा रहा था। लेकिन उसको कोरोना वायरस की आशंका के चलते मृतक के ब्लड सैंपल लेकर पीजीआई चंडीगढ़ भेज दिए गए थे। डॉक्टरों की 5 सदस्यों की टीम के दिशा निर्देशों के अनुसार मृतक का संस्कार कर दिया गया था और रिपोर्ट आने तक घर के सभी सदस्यों को 14 दिन तक बाहर ना निकलने के आदेश भी दे दिए गए थे। आज बुजुर्ग के कोरोना वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि के बाद इलाके में हड़कंप मच गया और आननफानन में पूरे गांव को सील कर दिया है।