वाशिंगटन : दुनियाभर में हाहाकार मचाने वाले कोरोना वायरस से अब तक 6000 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कई नए मामलों की पुष्टि हुई है। इन सब के बीच एक राहत देने वाली खबर है। अमेरिका ने कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन का परीक्षण शुरू कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डॉक्टरों के प्रयोग की सराहना भी की है।
अमेरिका में कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन का लोगों पर परीक्षण शुरू हो गया। सोमवार को पहले शख्स पर इस टीके का प्रयोग किया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसकी प्रशंसा की और कहा कि यह दुनियाभर में सबसे जल्दी विकसित किया जाने वाला टीका है। ट्रंप ने दावा किया कि जुलाई तक अमेरिका से कोरोना वायरस को खत्म कर दिया जाएगा।
अमेरिका में कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन का लोगों पर परीक्षण शुरू हो गया। सोमवार को पहले शख्स पर इस टीके का प्रयोग किया गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इसकी प्रशंसा की और कहा कि यह दुनियाभर में सबसे जल्दी विकसित किया जाने वाला टीका है। ट्रंप ने दावा किया कि जुलाई तक अमेरिका से कोरोना वायरस को खत्म कर दिया जाएगा।
वैक्सीन से कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खतरा नहीं
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, 45 वालंटियरों पर सिएटल के कैसर परमानेंट रिसर्च सुविधा में परीक्षण किया जाएगा। वैक्सीन से कोरोना वायरस से संक्रमित होने की खतरा नहीं है। इसमें वायरस से कॉपी किए गए हानिरहित जेनेटिक कोड होते हैं।
वैक्सीन के परीक्षण में लगेंगे कई महीने
विशेषज्ञों का कहना है कि वैक्सीन के परीक्षण में कई महीने लगेंगे। दुनियाभर के वैज्ञानिक भी तेजी से शोधकार्य में जुटे हैं। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने इस पहले मानवीय परीक्षण के लिए धन दिया है। लेकिन इस कार्य में लगी बायोटेक्नोलॉजी कंपनी मॉडर्न थेरेप्यूटिक्स का कहना है कि इस वैक्सीन को परीक्षण प्रक्रिया के जरिए बनाया गया है।