बिहार : बिहार के अरवल में कोरोना वायरस के कारण पॉल्ट्री कारोबार को भारी नुकसान हुआ है। शहर में मुर्गा और अंडा की दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। होली जैसे पर्व में भी लोग मुर्गा से परहेज किए रहे। सोशल मीडिया पर फैले अफवाह के कारण जिले में लगभग 800 छोटे-बड़े पोल्ट्री फार्म का कारोबार प्रभावित हुआ है। 50 रुपये प्रति किलो की दर पर भी कोई मुर्गे को नहीं पूछ रहा। इस बीच अरवल जिले के एक एक पॉल्ट्री फॉर्म मालिक ने 5000 से अधिक मुर्गों को लोगों के बीच फ्री में बांट दिया। लोगों की भीड़ के कारण व्यवसायी अपने घर की छत पर जा खड़ा हुआ और वहां से उसने एक-एक कर मुर्गा नीचे फेंकना शुरू किया।
फॉर्म मालिकों द्वारा मुर्गों को और जिंदा रखने के लिए भी अब पैसे नहीं है। सभी मालिक अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। खोखरी में अवस्थित पोल्ट्री फार्म मालिक जितेंद्र सिंह का कहना है कि वे पोल्ट्री फार्म संचालन करने के लिए बैंक ऑफ इंडिया बैदराबाद से 18 लाख रुपया ऋण लिया था। अभी भी उनके फॉर्म में 33000 मुर्गा थे। ग्राहकों के अभाव में मुर्गा यूं ही पड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा के करोना के कारण लोगों में सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसी अफवाह फैलाई गई के मुर्गा या अंडा खाने पर करोना के वायरस से लोग ग्रस्त हो जाएंगे, जिसके कारण लोग मुर्गा और अंडा खाने से परहेज कर रहे हैं।
इस संबंध में सिविल सर्जन अरविंद कुमार सिंह ने कहा की ऐसी बात नहीं है कि मुर्गा एवं अंडे खाने से लोग वायरस से ग्रस्त हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुर्गा या मांस को अच्छी तरह पकाकर खाने से कोरोना वायरस नहीं फैलेगा। लोग कच्चा या अधपका मांस का सेवन नहीं करें। अंडे को भी उबालकर खाएं।